भारतीय शास्त्रीय नृत्य
भारतीय शास्त्रीय नृत्य कितने प्रकार के होते हैं कब कैसे और क्यों किया जाता है। भारतीय शास्त्रीय नृत्य भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक अद्भुत और समृद्ध हिस्सा है। यह नृत्य कला के माध्यम से भावनाओं, विचारों और कहानियों को प्रस्तुत करने का एक माध्यम है। भारतीय शास्त्रीय नृत्य कुल मिलाकर आठ प्रमुख प्रकारों में विभाजित किया गया है। ये नृत्य शास्त्रीय मान्यताओं पर आधारित होते हैं, जिन्हें "नाट्य शास्त्र" (भरतमुनि द्वारा रचित) और अन्य ग्रंथों में वर्णित किया गया है। भारतीय शास्त्रीय नृत्य के प्रकार: (1) भरतनाट्यम (तमिलनाडु) उत्पत्ति:_ तमिलनाडु के मंदिरों में देवताओं की आराधना के लिए। उद्देश्य:_ भक्ति और आध्यात्मिक भावनाओं की अभिव्यक्ति। विशेषता:_ मूर्तियों जैसी मुद्राएँ, अंग संचालन, और अभिव्यक्ति पर जोर। (2) कथक (उत्तर भारत) उत्पत्ति:__ उत्तर भारत में, खासकर मंदिरों और दरबारों में। उद्देश्य:__ कथाओं और पौराणिक कथाओं को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत करना। विशेषता:__ पैर की थाप, घूमने की कलात्मकता, और त्वरित फुटवर्क। (3) कुचिपुड़ी (आंध्र प्रदेश) उत्पत्ति:__ आंध्र प्रदेश के गाँव कुचिपुड़...